बिहार में सहयोग से सरकार बनाने वाली जनता दल यूनाइटेड (JDU) और बीजेपी के बीच रार खुलकर सामने आ रही है। जेडीयू के कई प्रवक्ता सोशल मीडिया पर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। इससे पहले सीएम नीतीश कुमार बीजेपी कोटे से विधानसभा अध्यक्ष बने विजय कुमार सिन्हा पर गैर संवैधानिक तरीके से सदन चलाने का आरोप लगा चुके हैं।
जेडीयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने बीजेपी का नाम लिए बिना इशारों-इशारों में ट्वीट करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली भारी जीत के बाद पार्टी जिस तरीके से अति आत्मविश्वास में है, वह ठीक नहीं है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “छड़ी को उतना ही मोड़ना चाहिए जब तक वह टूटे ना क्योंकि टूट गई तो कहानी खत्म और मोड़ने के चक्कर में हाथ से फिसल गई तो खुद को बहुत जोर से चोट लगती है।”
छड़ी को उतना ही मोड़ना चाहिए जब तक वो टूटे ना क्योंकि टूट गयी तो कहानी ख़त्म और मोड़ने के चक्कर में हाथ से फिसल गयी तो खुद को बहुत ज़ोर से चोट लगती हैं , शत्रुओं को मौक़ा मत दे , आत्मविश्वास अच्छी चीज़ अतिआत्मविश्वास विनाश का परिचायक
— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) March 14, 2022
उन्होंने एक अन्य ट्वीट कर ये कहा कि शत्रुओं को मौका मत दें, आत्मविश्वास अच्छी चीज है लेकिन अति आत्मविश्वास विनाश का परिचायक है। जेडीयू प्रवक्ता के इस ट्वीट को सीधे तौर पर सहयोगी पार्टी बीजेपी के लिए नसीहत माना जा रहा है। सोमवार को ही लखीसराय घटना को लेकर सीएम नीतीश ने आक्रामक रुख अपनाते हुए विधानसभा अध्यक्ष पर गैर संवैधानिक तरीके से सदन चलाने का आरोप लगाया।
लखीसराय के एक मामले पर विधानसभा में आए दिन हो रहे हंगामे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपत्ति जताते हुए कहा कि “एक ही मामले को रोज-रोज उठाने का कोई मतलब नहीं। हम उसपर जरूर विचार करेंगे।” उन्होंने कहा कि “यह मामला विशेषाधिकार समिति को दिया गया है, जो रिपोर्ट पेश करेगी, हम उसपर जरूर विचार करेंगे और देखेंगे की कौन सा पक्ष सही है।” इसपर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी कहा कि “आप ही बोलिए, जैसे आप कहेंगे, वैसे ही चलेगी।”