बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल-युनाइटेड (जेडीयू ) में एक बार फिर आंतरिक कलह की खबर सामने आई है। जेडीयू कोटे से राज्य की मंत्री लेसी सिंह ने जेडीयू की विधायक बीमा भारती को 5 करोड़ का मानहानि नोटिस भेजा है। इसके साथ ही दोनों एक बार फिर आमने-सामने आ गई हैं।
बीमा भारती ने हाल ही में आरोप लगाया था कि मंत्री लेसी सिंह हत्याओं और जबरन वसूली में शामिल थीं। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्री का पक्ष लेते हुए भारती को हड़काया भी था। मंत्री द्वारा मानहानि का नोटिस मिलने के बाद विधायक बीमा भारती ने लेसी सिंह के खिलाफ फिर से निशाना साधा है।
उन्होंने अपने पुराने बयानो पर कायम रहने की बात करते हुए कहा, “मैंने जो कुछ भी कहा उसमें कुछ भी गलत नहीं था।” उन्होंने कहा कि वे कानूनी नोटिस का जवाब देंगी। उन्होंने कहा, “मंत्री लेसी सिंह का एक मामले में मेरे पास साक्ष्य है।” विधायक ने लेसी सिंह के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त करने की मांग की।
वैसे, पिछले दिनों भी जब जेडीयू की ये दो नेत्रियां आमने सामने आई थीं, तब मुख्यमंत्री ने सिंह का पक्ष लेते हुए उन्हे मंत्री बनाए जाने को उचित ठहराया था। इधर, जदयू के भीतर मचे घमासान में बीजेपी भी कूद गई है और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा पहले लगाए गए आरोपों पर जवाब मांग रहा है। तेजस्वी ने विपक्ष के नेता रहते लेसी सिंह पर हत्या का आरोप लगाया था।
विवाद में कूदी BJP
बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट किया और कहा कि नीतीश कुमार लेसी सिंह के बचाव में आए थे, जब बीमा भारती ने उन पर आरोप लगाए थे। नीतीश कुमार ने तब बीमा भारती का अपमान भी किया था। नीतीश कुमार को तेजस्वी द्वारा लगाए गए पहले के आरोपों का जवाब देना चाहिए, जिन्होंने एक बार लेसी सिंह को हत्या की आरोपी और सीएम की चहेती बताया था।