बिहार में एक नया बवाल पैदा हो गया है। राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पीजी डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें चार महीने से स्टाइपेंड नहीं मिला है। आज से शुरू हुई डॉक्टरों की ये हड़ताल अनिश्चितकाल तक चलेगी। हड़ताल के कारण अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बाधित हो रही हैं।
हड़ताल से मरीज परेशान
अस्पताल परिसर में जुटे हुए डॉक्टर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। हड़ताल के कारण मरीजों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में केवल आपातकालीन सेवाएं ही बहाल हैं। पीएमएचएस कैंपस में चारो तरफ अफरा तफरी का माहौल है। मरीजों का स्वास्थ्य खतरे में हैं। परिजन बेहाल दिख रहे हैं। लेकिन प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई सुविधा मुहैया नहीं की जा रही है।
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चार महीने से नहीं मिला स्टाइपेंड
डॉक्टरों की मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द चार महीने का बकाया स्टाइपेंड मिलना चाहिए। पीजी डॉक्टर कुमारी आयशा ने कहा कि कई बार अल्टीमेटम देने के बावजूद स्टाइपेंड को लेकर पीएमसीएच प्रशासन गंभीर नहीं हुआ, लिहाजा उनके सामने हड़ताल के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था। डॉक्टरों का कहना है कि पटना में रहने के लिए उन्हें काफी खर्च उठाना पड़ता है। ऐसे में पिछले कई महीनों से स्टाइपेंड नहीं मिलने पर उनके सामने कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ी हैं। फिलहाल डॉक्टरों ने अपनी मांगे पूरी होने तक काम करने से मना कर दिया है।
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प्रशासन की प्रतिक्रिया
फिलहाल पीएमसीएच प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह हड़ताल सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है, क्योंकि विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो चुका है। ऐसे में विपक्ष इस मुद्दे पर जमकर हंगामा करेगा। अब देखना यह है कि सरकार कितनी जल्दी इस मसले का समाधान निकाल पाती है।