गर्मी की अपेक्षा जाड़े में अर्थराइटिस मरीजों की संख्या बढ़ जाती है - Punjab Kesari
Girl in a jacket

गर्मी की अपेक्षा जाड़े में अर्थराइटिस मरीजों की संख्या बढ़ जाती है

प्रोटीनयुक्त दाल, किडनीवींस, नटस, बीज एवं गुनगुने पानी का प्रयोग किये जाने से शरीर की मांसपेंशियों को स्वस्थ्य

गया : कैल्सियम एवं प्रोटीनयुक्त भोजन लेने से जाड़े में बढऩे वाला जोड़ों के दर्द से बचा जा सकता है। ठंड में अर्थराइटिस एवं अन्य अर्थोपेडिक्स समस्या बढ़ जाती है। हैडी हॉस्पीटल एवं आर्ट सेंटर के चिकित्सक डा. नवनीत निश्चल ने कहा कि ठंड के दिनों में गर्मी की अपेक्षा आर्थराइटिस एवं आर्थोपेडिक्स मरीजों की संख्या में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो जाती है।

तापमान की कमी होने से मांसपेशियां के लिंगमेंट जोड़ों में सख्ती से आती है जिससे दर्द होने लगता है। इन बिमारियों से बचाव के लिए मिल्क, योर्गट, ब्रोकली, गोभी, मछली, बादाम, हरे पत्तेदार सब्जी का प्रयोग करना चाहिए, जो कैल्सियम का बेहत्तर स्रोत है साथ ही प्रोटीनयुक्त दाल, किडनीवींस, नटस, बीज एवं गुनगुने पानी का प्रयोग किये जाने से शरीर की मांसपेंशियों को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

14 + 4 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।