बिहार में तेजी से पांव पसार रहे कोरोना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुये राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व सांसद डॉ अनिल कुमार साहनी ने कहा कि इससे बिहार सरकार का स्वास्थ्य व्यवस्था के नाकामियों को दर्शाता है।
डॉ साहनी ने कहा की बिहार में आज 84 दिनों में मात्र एक लाख के लगभग लोगों का कोरोना जांच किया गया जबकि राज्य की 12.50 करोड़ की आबादी है। अब सोचिए रोज दो हजार के लगभग कोरोना जांच से बिहार के इतनी बड़ी आवादी का जांच कितने वर्षों में होंगे ? राजद नेता ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में जहां कोरोना जांच दस हजार से बीस हजार रोज हो रहे है वही बिहार में मात्र दो हजार के लगभग हो रहा है।
उन्होंने ने कहा कि बिहार के डबल इंजन की नीतीश सरकार आखऱि बिहार के गरीबों मजदूरों मध्य वर्गों के परिजनों एवं किसानों को कोरोना महामारी के हवाले क्यों कर दिये है। डॉ साहनी ने कहा कि जहां बिहार के कोरोना मरीजों के इलाज के लिये अत्याधुनिक व्यवस्था नहीं है वही बिहारवासी आज इस महामारी में रामभरोसे जीने को मजबूर है।