बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने गरीबों-पिछड़ो को गुमराह कर सत्ता पायी और इसका दुरुपयोग केवल सम्पत्ति बनाने में किया।
सुशील मोदी ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि श्री लालू प्रसाद यादव का परिवार देश के सर्वाधिक भ्रष्ट राजनीतिक परिवारों में है। इससे बिहार शर्मसार है। उन्होंने कहा कि श्री तेजस्वी यादव ने न पढाई पूरी की, न कोई नौकरी की और न उनके माता-पिता के पास कोई पुश्तैनी सम्पत्ति थी। ऐसे में उन्हें बताना चाहिए कि वे 33 साल की उम्र में 52 बहुमूल्य सम्पत्ति के मालिक कैसे बन गए।
भाजपा सांसद ने कहा कि नौकरी के बदले जिन लोगों की करोड़ रुपये की कीमती जमीन ए के इन्फोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम लिखवायी गई, उस कंपनी को श्री तेजस्वी यादव ने मात्र एक लाख रुपये में कैसे खरीद लिया। उन्होंने कहा कि श्री तेजस्वी यादव पटना के सगुना मोड़ इलाके में 750 करोड़ रुपये का जो बहुमंजिला मॉल बनवा रहे थे, उसके लिए इतने पैसे कहाँ से आये, यह जानकारी बिहार की गरीब जनता से क्यों छिपायी गई।
श्री मोदी ने कहा कि श्री तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता हैं और माँ राबड़ी देवी सहित परिवार के करीब 6 लोग भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपी हैं। इनमें से किसी को अदालत ने बरी नहीं किया है।