केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि वह पसमांदा मुसलमानों और महिलाओं के अधिकारों के विरोधी हैं। उन्होंने वक्फ संशोधन कानून का बचाव करते हुए कहा कि यह गरीब मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा के लिए है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को बेगूसराय में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव पसमांदा मुसलमानों के विकास के खिलाफ हैं और उन्हें उनका हक नहीं मिलने देना चाहते।
गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव पर किया पटलवार
मीडिया से बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा कि राजद नेता न केवल पसमांदा समुदाय, बल्कि महिलाओं के अधिकारों के भी विरोधी हैं। उन्होंने वक्फ (संशोधन) अधिनियम का जोरदार बचाव करते हुए कहा कि यह कानून गरीब, हाशिए पर मौजूद मुसलमानों, विशेषकर पसमांदा तबके के अधिकारों की रक्षा के लिए बनाया गया है, न कि राजनीतिक ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए।
उन्होंने कहा कि यह कानून संसद द्वारा पारित किया गया है और पूरे देश में लागू होता है। तेजस्वी यादव की सरकार सत्ता में नहीं है, इसलिए उन्हें इसे रोकने का कोई हक नहीं है।
यह कानून को कूड़ेदान में फेंक देंगे – तेजस्वी यादव
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने हाल ही में बयान दिया था कि यदि बिहार में उनकी सरकार बनती है तो वह वक्फ संशोधन कानून को “कूड़ेदान में फेंक देंगे”, क्योंकि यह संविधान के विरुद्ध है।
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर भी बोला हमला
इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को यह भी नहीं पता होता कि वह क्या बोल रहे हैं। वह राजघराने में पैदा हुए हैं, इसलिए बिना सोचे-समझे बयान दे देते हैं।”
कांग्रेस द्वारा कन्हैया कुमार को आगे लाने के प्रयास पर तंज कसते हुए सिंह बोले, “जब राहुल गांधी के पास खुद का कोई चेहरा नहीं है, तो किसी और को सामने लाने से क्या फर्क पड़ेगा?”
बिहार का औद्योगिक और राजनीतिक केंद्र है कोई फोटो खिंचवाने की जगह नहीं – गिरिराज सिंह
उन्होंने राहुल गांधी के हालिया बेगूसराय दौरे पर भी तंज कसते हुए कहा, “क्या राहुल गांधी यहां बदलाव लाने के लिए महज 45 मिनट के लिए आए थे? यह क्षेत्र बिहार का औद्योगिक और राजनीतिक केंद्र है, कोई फोटो खिंचवाने की जगह नहीं।”
गिरिराज सिंह ने दावा किया कि दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1985 में बेगूसराय में पेट्रोकेमिकल प्लांट की स्थापना का वादा किया था, लेकिन वह कभी पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कार्यकाल में अब यहां पेट्रोकेमिकल सेक्टर में 25,000 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है।