केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने बाढ़ के कारण पूजा, पंडाल एवं मेला का आयोजन नहीं होने पर बिहार राजग की तरफ से माफी मांगी है।
गिरिराज ने रविवार को ट्वीट किया, ”आज से दुर्गापूजा का मेला शुरू हो गया है…मैं बिहार एनडीए की तरफ से उन सनातनियों से क्षमा मांगता हूं जहां पर बाढ़ के कारण पूजा ,पंडाल एवं मेला का आयोजन नहीं हो पाया है।’’
पटना में हाल में हुई भारी बारिश के बाद जलजमाव को लेकर बिहार में सत्ता में शामिल भाजपा और जदयू के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है । गिरिराज के इस ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर जदयू से मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि पूजा और इबादत दिल से होती है, पंडाल से पूजा नहीं होती है और राजग की ओर से उन्हें माफी मांगने की जरूरत नहीं है ।
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने ट्वीट कर कहा ”सनातन धर्म व हिन्दू समाज के मुद्दों की तथाकथित अगुआई की कड़ी में..काश गंगा के घाटों में बाढ़ को लेकर छींटाकशी के बदले, लोग गंगा के पानी में बिहार की हिस्सेदारी सुनिश्चित करने को लेकर केंद्र में अपनी सरकार से पैरोकारी करते दिखते”।
जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, ”गिरिराज जी, आप केंद्रीय पशुपालन मंत्री हैं। आपको तो इंसानों से ज्यादा जानवरों की चिंता होनी चाहिए। इंसानों का हाल-चाल जानने तो आप निकले नहीं, कम से कम जानवरों का हाल तो जान लेते। अपना दायित्व कब समझेंगे आप?’’
उन्होंने कहा, ”गिरिराज जी, अगर माफी मांगने का इतना ही शौक है तो बिहार की जनता से इस बात के लिए माफी मांगिये कि आपने केंद्रीय मंत्री रहते आजतक कोई एक काम उनके लिए नहीं किया। विवादित बयानों के जनक से ज्यादा आपकी छवि और कुछ भी नहीं।’’
बहरहाल, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा और जदयू के इस आरोप-प्रत्यारोप को ”कुत्ता-बिल्ली वाली लड़ाई” की संज्ञा देते हुए रविवार को कहा कि इसमें राज्यवासियों का भारी नुक़सान हो रहा है।
तेजस्वी ने सवाल किया, ”दिनदहाड़े जनादेश की ड़कैती कर जनभावना का अपमान करने वाले मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि क्या इसी दिन के लिए जनादेश का अपमान कर भाजपा संग बिना नीति, सिद्धांत और विचार की अनैतिक सरकार बनाई थी ? इससे बिहार को क्या फ़ायदा हुआ? ”
उन्होंने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा, ”प्रतिदिन बिहारवासी आपके अनैतिक कुर्सी प्रेम की सज़ा भुगत रहे हैं। अब आप जनता की अंतरात्मा की आवाज़ सुनिए”।