भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने महागठबंधन सरकार के एक साल पूरे होने पर कहा की आज से ठीक एक साल पहले नीतीश कुमार जी बिहारवासियों के जनादेश का अपमान करते हुए सत्ता की लालच में राजद और कांग्रेस की बैसाखी के सहारे सूबे की सत्ता पर काबिज हुए थे। उन्होंने कहा की जिस कांग्रेस के खिलाफ जेपी जी के साथ आंदोलन किया, जिस आंदोलन से नीतीश जी ने राजनीति का ककहरा सीखा, आज उसी कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं। कभी बिहार से लालू यादव के जंगलराज के खात्मे का प्रण करने वाले नीतीश कुमार आज उन्हीं की पार्टी के साथ खड़े हैं। परिवारवादी और अवसरवादी पार्टियों का मेल किसी राज्य के विकास की राह में सबसे बड़ा रोड़ा होता है और आज बिहार उसी दौर में है।आज महागठबंधन सरकार की अंसवेदनशीलता के कारण बिहार में जंगलराज 2.0 अपने चरम पर है। सुबह का हर अखबार हत्या, लूट, डकैती, अपहरण की खबरों से सना मिलता है। रोजगार माँग रहे युवाओं पर और बिजली माँग रही आम जनता पर पुलिसिया लाठी का जोर दिखाया जा रहा है। पहले हस्ताक्षर से 10 लाख सरकारी नौकरी वाले कलम की स्याही सूख गई है। बालू और शराब माफिया अपने पूरे रंग में हैं। शराबबंदी वाले बिहार के छपरा और मोतिहारी में जहरीली शराब से सैकड़ों मौतों का तांडव पूरे देश ने देखा। पीएफआई जैसी राष्ट्रविरोधी और सांप्रदायिक ताकतों के हौसले बुलंद हैं। राजद के मंत्री और नेता लगातार रामचरित मानस और सनातन संस्कृति का अपमान कर रहे हैं। सदैव कुर्सी पर बैठे रहने की महत्वकांक्षा की पराकाष्ठा पार कर चुके नीतीश कुमार जी बिहार की 12 करोड़ जनता का भविष्य दांव पर लगा कर राजनीतिक यात्राओं में व्यस्त हैं। नीतीश जी आप स्वयं विचार करें, विगत एक वर्षों में आपने बिहार का क्या हाल किया है। शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य एवं कानून व्यवस्था के हर मोर्चे पर आपकी सरकार फेल साबित हुई है। पल्टासन ओलंपिक का कोई खेल होता, तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी स्वर्ण पदक पाते।