पटना: राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की योग्यता को लेकर नेता प्रतिपक्ष द्वारा दिए गए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि यह एक जनजातीय महिला का अपमान है।उन्होंने कहा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू एक सुशिक्षित महिला हैं तथा एक सफल शिक्षिका होते हुए राजनीति में आई हैं। उन्होंने अपना समस्त जीवन समाज सेवा को समर्पित कर दिया है। उन्होंने झारखंड राज्य की पहली महिला राज्यपाल रहते हुए अपनी जिम्मेवारियों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है। श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ओडिशा विधान सभा का सदस्य रह चुकी हैं और वर्ष 2007 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक चुनते हुए “नीलकंठ पुरस्कार” से सम्मानित भी किया गया है।
रेणु देवी ने आगे कहा कि देश के अगले राष्ट्रपति प्रत्याशी के रूप में द्रौपदी मुर्मू के नाम पर लिया गया फैसला राजनीति से भी ऊपर है, और उनकी जीत सुनिश्चित है। यह देश के इतिहास में पहला मौका होगा जब किसी जनजातीय समुदाय की महिला भारत के राष्ट्रपति के पद को सुशोभित करेगी। उन्होंने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को जीत की शुभकामना भी दिया है।