बिहार प्रदेश परिषद की बैठक में डॉ. दिलीप जायसवाल को भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया गया। मनोहर लाल खट्टर ने पटना के बापू सभागार में इस घोषणा के साथ ‘भारत माता की जय’ के नारों से सभा गूंज उठी। खट्टर ने कहा कि भाजपा की परंपरा में संगठन का नए सिरे से गठन किया जाता है और जायसवाल को इस पद पर नियुक्त किया गया।
बिहार प्रदेश परिषद की बैठक में आज भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में दिलीप जायसवाल के नाम की घोषणा की गई। केंद्रीय मंत्री, परिषद के प्रभारी और पर्यवेक्षक बनकर पटना पहुंचे मनोहर लाल खट्टर ने उनकी ताजपोशी की घोषणा की। पटना के बापू सभागार में आयोजित प्रदेश परिषद की बैठक में इसकी घोषणा करते हुए खट्टर ने कहा कि पार्टी की परंपरा रही है कि तीन साल में संगठन का नए सिरे से गठन किया जाता है। यह एक संवैधानिक प्रक्रिया है। पार्टी का राष्ट्रीय पर्व चल रहा है। इसमें मंडल, जिला, प्रदेश समिति होती है। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े, सह प्रभारी दीपक प्रकाश, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, सांसद राधा मोहन सिंह, रविशंकर प्रसाद और संजय जायसवाल समेत पार्टी के तमाम बड़े चेहरे शामिल हुए। साथ ही, प्रदेश से लेकर मंडल स्तर तक के हजारों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि बिहार में सांगठनिक रूप से 52 जिले हैं, जिनमें से 40 जिलों में इसकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पार्टी के चुनाव प्रभारी राजेश वर्मा के सामने सोमवार को ही दिलीप जायसवाल ने नामांकन पत्र भरा था। इनकी प्रस्तावना सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, मंगल पांडेय, रामप्रीत पासवान, ब्रज किशोर बिंद, ज्ञानचंद मांझी, केदार गुप्ता, रणधीर सिंह, रामसूरत राय और जगदीश राम ने की है। इसका अनुमोदन पूर्व विधायक बेबी रानी रजक ने किया।उन्होंने आगे दिलीप जायसवाल को नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नाम घोषित किया। इसके साथ पूरा सभागार भारत माता की जय से गूंज गया। उन्होंने विश्वास जताया कि वे संगठन का कार्य सुचारू रूप से करेंगे। इससे पहले प्रदेश परिषद की बैठक का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस बैठक को संबोधित करते हुए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वे 48 सालों से संगठन का काम कर रहे हैं। उनके जीवन में गंगा और बिहार का काफी प्रभाव है। 1975 में दिल्ली में उन्होंने जय प्रकाश नारायण का भाषण सुना था और समझ सके थे कि लोकतंत्र की हत्या कर आपातकाल थोप दिया गया है। उसी समय मैंने राष्ट्र सेवा करने को सोचा था। उसके बाद 1977 में प्रयागराज में आयोजित एक सम्मेलन में देश और समाज की सेवा का प्रण लिया और इस कार्य में लग गया।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा के इतिहास की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जब जनसंघ की स्थापना हुई थी तब सत्ता लक्ष्य नहीं था। इसके बाद कार्यकर्ताओं की मेहनत से 1996 में भाजपा सत्ता तक पहुंच गई। उस समय कांग्रेस ने सत्ता को भोगने की वस्तु बना चुकी थी और भाजपा ने इसमें बदलाव किया। भाजपा ने सत्ता को सेवा बनाया। जनसंघ का लक्ष्य देश और समाज की सेवा थी और भाजपा आज भी उसी लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता में स्वार्थ को समाप्त करने का काम किया। उन्होंने कहा कि इस साल बिहार में चुनाव होने हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि अभी से ही चुनाव की तैयारी में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनेगी। इस दौरान उन्होंने जातिवाद की राजनीति को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि इस वोटबैंक की राजनीति में अच्छे-बुरे की पहचान हम खो देते हैं। उन्होंने इस क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की भी चर्चा करते हुए कहा कि उनकी जाति वोट बैंक नहीं थी, फिर भी प्रधानमंत्री ने भारत रत्न दिया।
इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि परिषद के प्रभारी और पर्यवेक्षक खट्टर, प्रदेश भाजपा प्रभारी और सह प्रभारी सहित उपस्थित सभी लोगों का आभार जताते हुए कहा कि हमें ऐसा संगठन बनाना है जो चट्टानी एकता की ताकत दिखाए। उन्होंने उपस्थित लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि बूथ स्तर के संगठन को मुख्यधारा से जोड़कर विशाल संगठन तैयार होगा जो संगठन को और मजबूत करेगा। भाजपा समर्थ राष्ट्र बनाने को लेकर कृतसंकल्पित है। भाजपा सिद्धांतों और आदर्शों पर आधारित पार्टी है, यह किसी परिवार, जाति या वर्ग विशेष की पार्टी नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता देश की दूसरी सेना है। एक सेना अगर सीमा पर देश की रक्षा करती है तो भाजपा के कार्यकर्ता देश के भीतर देश की विचारधारा और संस्कृति को जीवित रखने का कार्य करती है। उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि वे कार्यकर्ताओं को सम्मान देने का काम करेंगे। उन्होंने भाजपा के वर्तमान पदाधिकारियों को थल सेना, निवर्तमान को जल सेना और भूतपूर्व को वायु सेना की तरह बताते हुए कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता हर वक्त राष्ट्र सेवा में लगे रहते हैं।