दरभंगा : दरभंगा लोकसभा क्षेत्र ब्राह्मणों का गढ़ माना जाता है साथ ही दरभंगा का मखाना एवं दरभंगा की पेंटिंग पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। दरभंगा सीट से तीन बार सांसद रह चुके कीर्ति आजाद जिन्हें भाजपा में अनबन होने के कारण बाहर निकाला गया था वे कांग्रेस में शामिल हो गये, लेकिन उन्हें बिहार में टिकट नहीं मिलने पर वे झारखंड कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में धनबाद से चुनाव लड़ रहे हैं।
दरभंगा में चौथे चरण में यानी 29 अप्रैल, 2019 को मतदान होना है। मतों की गिनती 23 मई को होगी। दरभंगा लोकसभा 2014 के चुनाव में सभी पार्टियां अलग अलग चुनाव लड़ी थी इसलिए वोट बंट गया था। इस बार दरभंगा सीट से महागठबंधन के राजद प्रत्याशी अब्दुलबारी सिद्दीकी एवं एनडीए गठबंधन के भाजपा प्रत्याशी गोपाल जी ठाकुर हैं जिन्हें क्षेत्र का जमीनी कार्यकत्र्ता भी कहा जाता है।
दरभंगा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत दरभंगा, दरभंगा ग्रामीण, बाहदुरपुर, बेनीपुर, अलीनगर एवं गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र आते हैं। दरभंगा का जातीय समीकरण लगभग ब्राह्मण 4 लाख, यादव 2.5 लाख, अल्पसंख्यक 2.5 लाख, दलित-महादलित 2.5 लाख, वैश्य समाज 3.5 लाख, साहनी-मल्लाह 1.75 लाख, राजपूत-भूमिहार और कायस्थ 1.5 लाख है। 2014 में कीर्ति आजाद को जहां 3,14,949 मत मिले थे, वहीं मो. अली अशरफ फातमी को 2,79,906 मतों से संतोष करना पड़ा था और जदयू के प्रत्याशी तीसरे स्थान पर थे।
पंजाब केसरी के संवाददाता क्षेत्र भ्रमण के दौरान बहादुरपुर, दरभंगा शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से पूछा तो बताया कि कीर्ति आजाद का ब्राह्मणों में मजबूत पकड़ है। अगर इस क्षेत्र से महागठबंधन या एनडीए कीर्ति आजाद को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव लड़ी तो जीत पक्की थी। वहीं गोपाल ठाकुर ब्राह्मण होने के बावजूद भी उनका ब्राह्मणों के बीच कोई पकड़ नहीं है।
बताया कि एनडीए के भाजपा प्रत्याशी को जीताने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दरभंगा के राजकिला मैदान में चुनाव प्रचार के लिए आये थे। प्रधानमंत्री खुद जनता से वादा किया कि गोपाल जी ठाकुर को जीताना मतलब नरेन्द्र मोदी को जीताना है। पीएम ने कहा है कि मिथिलांचल को देश के विकास के रास्ते में लायेंगे। एनडीए की सरकार आयेगी तो यहां के दरभंगा का मखाना और दरभंगा पेंटिंग पूरी दुनिया में परचम लहरायेगा। महागठबंधन के राजद प्रत्याशी अब्दुलबारी सिद्दीकी 2014 में मधुबनी से चुनाव लड़े थे लेकिन हार हार का सामना करना पड़ा। इस बार महागठबंधन के राजद प्रत्याशी के रूप में अपने गृह जिला दरभंगा से अब्दुलबारी सिद्दीकी चुनाव लड़ रहे हैं।
लोगों ने कहा कि 2014 में भी नरेन्द्र मोदी ने विकास का नारा दिया था लेकिन उनका नारा सफल नहीं हुआ और न ही नौजवानों को रोजगार मिला। ्गांव के दलित और यादव समाज के लोगों ने कहा कि लालू प्रसाद को फंसाने वाला भाजपा ही है। कुछ दलित समुदाय ने कहा कि आरक्षण समाप्त की जा रही है। वहीं महिलाओं ने कहा कि नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में शराबबंदी सबसे कारगर कदम है। बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विकास करने का एक मौका जरूर मिलना चाहिए। अगर इस बार विकास नहीं किया तो उनका सत्ता से जाना जय है।
– जेपी चौधरी