पटना शहीद दिवस के अवसर पर 11 अगस्त 1942 को आजादी के मतवाले सात अमर शहीद यथा उमाकांत प्रसाद सिंह, रामानन्द सिंह, सतीश प्रसाद झा, जगतपति कुमार, देवी प्रसाद चौधरी, राजेन्द्र सिंह, राम गोविन्द सिंह की दी गई कुर्बानियों को याद किया गया और उन्हें शत्-शत् नमन करते हुये श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए राजकीय समारोह का आयोजन शहीद स्मारक परिसर में किया गया। राजकीय समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।वर्ष 2024 में भाजपा बिहार से खत्म हो जाएगी पत्रकारों के इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हां, बिल्कुल इसीलिए वे लोग घबराहट में हैं। हमलोगों की एकजुटता का नतीजा अच्छा निकलेगा। वे लोग केवल प्रचार-प्रसार करते हैं, अब विकास का कोई काम नहीं हो रहा है। बिहार में जो भी काम हुआ सब हमलोगों ने किया है। हमलोगों ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग की लेकिन क्या हुआ ? अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो हमलोग कितना आगे पहुंच जाते। वे लोग बिहार को भूल जाते हैं। यह सबसे पौराणिक स्थल है। इसके इतिहास को उठाकर देख लीजिए। जदयू के बारे में कुछ लोग बयान देते हैं कि वो तीसरे नंबर पर है लेकिन वर्ष 2005 में जब हमलोग चुनाव जीते तो हमलोग कितने नंबर पर थे, कितना वोट आया था हमलोगों को और भाजपा वालों को कितना वोट आया, देख लीजिए। वर्ष 2010 में क्या हुआ हमलोगों को 118 सीटें आईं और उनलोगों को कितनी सीटें आईं, हमसे कम सीटें आईं। इस बार के चुनाव में हमलोगों को हराने का काम किया गया I एजेंट के तौर पर अन्य लोगों को खड़ा कर हमलोगों को हराया गया। जनता सब जानती है। वर्ष 2020 के चुनाव के बाद हम मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे और हमने