मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘जनता दरबार में मुख्यमंत्री’ विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने राज्य के विभिन्न स्थानों से आए 72 लोगों की समस्याएं सुनीं। इसके बाद उन्होंने संबंधित विभागों के प्रभारी अधिकारियों को इन समस्याओं के समाधान में मदद करने को कहा। कार्यक्रम के दौरान सुपौल जिले के किसी व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से शिकायत की कि उनकी जमीन फर्जी दस्तावेज के जरिये किसी और को बेच दी गयी है।
दबंगों द्वारा मारपीट की जा रही है
सुपौल जिले से ही आई एक अन्य महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन को कब्जा कर लिया गया है और दबंगों द्वारा मारपीट की जा रही है।मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। भागलपुर जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि जमाबंदी से मेरा नाम हटाकर किसी और का चढ़ा दिया गया है। इसकी शिकायत संबंधित विभाग को करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
कोई कार्रवाई नहीं की जा रही
भागलपुर जिले से ही आए एक अन्य बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि 22 डिसीमल जमीन का मेरे पक्ष में फैसला आने के बाद भी कब्जा नहीं दिलाया जा रहा है। इस संदर्भ में हमने संबंधित अधिकारियों से गुहार लगायी। लेकिन, किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मधेपुरा जिले से आये एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से अंचलाधिकारी द्वारा अनियमितता किए जाने से अपनी निजी जमीन का कब्जा नहीं मिलने की बात कही।