बिहार की सियासत में आए दिन कुछ ना कुछ होते रहता हैं। कभी NDA में दरार की खबर आती हैं तो कभी विपक्ष के लोग सत्तापक्ष के लोगों पर हमला बोलते रहते हैं। इसी क्रम में बीजेपी बिहार इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मंगलवार को दावा किया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव चाहते थे कि केंद्र सरकार उनके परिवार को भ्रष्टाचार के मामलों में बचाए और वह इसके बदले राज्य में पार्टी की सरकार बनाने के लिए समर्थन देने को तैयार थे।
वही, जायसवाल ने बताया कि यादव ने केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय को एक उड़ान के दौरान यह पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि राजद नेता का यह दावा कि राय उनकी पार्टी में शामिल होना चाहते थे, हताशा में दिया गया बयान था, क्योंकि भाजपा ने भ्रष्टाचार से “समझौता” करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि यह राय की यादव के साथ एकमात्र मुलाकात थी।
भाजपा नेता और तेजस्वी की हुई थी मुलाकात
हालांकि,राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को पटना में दावा किया था कि राज्य से भाजपा के वरिष्ठ नेता राय ने 2019 में केंद्रीय मंत्री परिषद में शामिल किए जाने से पहले पाला बदलने की इच्छा जाहिर की थी। लोकसभा सांसद जायसवाल ने यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि वह राय के बारे में ऐसे “झूठे दावे” इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि भाजपा ने भ्रष्टाचार पर समझौता करने से इनकार कर दिया था।
तेजस्वी यादव ने द्रौपदी मुर्मू को लेकर दिया था बड़ा बयान
बता दें, भाजपा नेता ने कहा कि उनके (तेजस्वी के) परिवार के सदस्यों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं और उन्हें जेल जाना ही होगा। उन्होंने कहा, “वह चाहते थे कि भाजपा उनके परिवार के सदस्यों को जेल जाने से बचाए। वह भाजपा के समर्थन और राज्य में उसकी सरकार बनवाने में मदद के लिये तैयार थे। लेकिन हमारी पार्टी ने भ्रष्टाचार पर समझौता करने से इनकार कर दिया।” राजग की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर कटाक्ष करने के लिए राय द्वारा की गई आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए यादव ने कहा था, “मुझसे उनके बारे में बात मत करो। वह मंत्री पद पाने से पहले मुझसे मिले थे और मेरी पार्टी में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी।”
हम आपको बता दें, तेजस्वी यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं। लालू और उनके परिवार के कुछ अन्य सदस्यों पर भ्रष्टाचार को लेकर मामले दर्ज हैं। उन्होंने पूर्व में आरोपों को खारिज किया था और भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर बदले की कार्रवाई का आरोप मढ़ा था। चारा घोटाले से जुड़े मामलों में लालू प्रसाद यादव को दोषी ठहराए जाने के बाद सजा सुनाई गई है।