बिहार विधानसभा की कार्यवाही विपक्ष के भारी हंगामे से बाधित हुई। राजद, कांग्रेस और भाकपा माले के सदस्यों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए सदन के वेल में पहुंचकर शोर शराबा किया। मुख्य विपक्षी दलों ने राज्य में बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई। स्पीकर नंद किशोर यादव ने मार्शल से पोस्टर हटाने का निर्देश दिया। बाद में विपक्षी सदस्यों ने सदन का वहिष्कार कर दिया और फिर वापस लौट आए।
बिहार विधानसभा की कार्यवाही विपक्ष के भारी हंगामें से शुरू हुआ और सदन के वेल में पहुंचकर शोर शराबे करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाने लगें। जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो मुख्य विपक्षी दल राजद, कांग्रेस, भाकपा माले के सदस्यों ने हाथ में तख्तियां लहराते हुए सदन के वेल में पहुंचकर भारी शोर शराबा और हंगामे करने लगे। राजद के डॉ राकेश रौशन ने मामले को उठाते हुए कहा कि बिहार में लूट, हत्या, बलात्कार की घटनाएं घट रही हैं नौबतपुर, औरंगाबाद एवं मधुबनी में सामंती ताकते द्वारा खून की होली खेली गई।
सदन में लगे सरकार विरोधी नारे
इसके बाद सदन के वेल में पहुंचकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। तब स्पीकर नन्द किशोर यादव ने मार्शल से पोस्टर हटाने का निर्देश दिया तो मार्शल ने सभी विपक्षी सदस्यों से पोस्टर ले लिया। सदन में विपक्षी सदस्यों ने सरकार विरोधी नारे लगाते रहे और सदन की कार्यवाही चलती रही। लेकिन विपक्षी सदस्यो की सरकार एक भी बातें नहीं सुनी। कुछ देर बाद सभी विपक्षी सदस्यों ने सदन का बहिष्कार कर दिया। फिर सदन में विपक्षी सदस्यों ने वापस लौट आए। फिर एक प्रश्न को लेकर स्पीकर नंद किशोर यादव एवं विपक्षी सदस्य ललित कुमार यादव के बीच नोक झोंक भी हुई।
सदन में हंगामा
जब प्रश्न आवर में कब्रिस्तान घेराबंदी को लेकर विपक्षी सदस्यो ने अपने अपने आसन पर खड़ा होकर शोर शराबे एवं हंगामे करने लगे। इस पर स्पीकर नंद किशोर यादव ने विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष ही विपक्षी सदस्यों को सदन में बात उठाने नहीं देते। वहीं विपक्षी सदस्यों ने आसन पर आरोप लगाते हुए कहा कि आसन की ओर से संरक्षण नहीं मिलने से सवाल पूरा नहीं होता। इसपर विपक्षी सदस्यो ने सदन का बहिष्कार कर दिया और महागबंधन के रामबली यादव ने तारांकित प्रश्न पूछने में जूटए रहे। इसपर संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विपक्षी सदस्यो ने चुटकी लेते हुए कहा कि इनके दल के लोग प्रश्न काल का बहिष्कार कर चले गए। क्या रामबली यादव जी दल से बाहर हैं क्या फिर सभी विपक्षी सदस्यों ने सदन में अपने अपने आसन पर वापस लौट आए।