बिहार के पश्चिमी चंपारण में बगहा के वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र में साधु दंपति के शव गंडक नदी से बरामद हुए। दोनों पिछले दो दिन से लापता थे और हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और फॉरेंसिक टीम ने जांच शुरू कर दी है।
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में बगहा के वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक साधु दंपति का शव पुलिस ने गंडक नदी से बरामद किया। दोनों पिछले दो दिन से लापता थे। आशंका जताई जा रही है कि उनकी हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया गया होगा। बताया जा रहा है कि भारत-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के ठाढ़ी गांव वार्ड नंबर 2 निवासी बोधन महतो (60) और उनकी पत्नी भगवती देवी (55) मंगलवार की शाम से गंडक नदी के किनारे बनी अपनी कुटिया से गायब थे। वे मंदिर के किनारे कुटिया बनाकर रहते थे। परिजनों ने दोनों की काफी खोजबीन की। बुधवार को भी जब उनका पता नहीं चला तो उनके पुत्र अशोक महतो ने इसकी सूचना वाल्मीकि नगर थाना पुलिस को दी।
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गुरुवार को उनके शव गंडक नदी के समीप से बरामद किए गए। दोनों शव एक-दूसरे से करीब 300 मीटर की दूरी पर थे। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वाल्मीकि नगर थाना के प्रभारी उत्तम कुमार ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम ने भी पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधीक्षक सुशांत कुमार सरोज ने बताया कि वाल्मीकि नगर में दंपति का शव बरामद किया गया है। दोनों शव ठाड़ी धनहिया रेता के समीप गंडक नदी और झाड़ियों के बीच अलग-अलग मिले हैं। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है। मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। बताया जा रहा है कि पहले भी उनकी हत्या करने की कोशिश की गई थी।