बेगूसराय में मंगलवार को हुई गोलीबारी के 48 घंटे बाद आखिरकार बिहार पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। बेगूसराय जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 पर फुलवरिया, बछवाड़ा, तेघरा और चकिया थाना क्षेत्र में बाइक सवार बदमाशों की अंधाधुंध फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गयी और नौ अन्य घायल हो गये।
इस घटना में दो मोटरसाइकिल सवारों द्वारा अलग-अलग जगहों पर फायरिंग के मामले में गश्त में चूक के आरोप में 7 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
बताया जाता है कि घटना के करीब 48 घंटे बाद गुरुवार की शाम बेगूसराय पुलिस ने फायरिंग मामले के चार में से दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है, दोनों से पूछताछ अज्ञात स्थान पर की जा रही है। जानकारी के आधार पर पुलिस बाकी दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है, जिससे मामले में और खुलासा होने की उम्मीद है।
बाइक सवारों की अंधाधुंध फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत
गौरतलब है कि बेगूसराय में अलग-अलग जगहों पर बाइक सवार हमलावरों की अंधाधुंध फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गयी और नौ अन्य घायल हो गये। उल्लेखनीय है कि बेगूसराय जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 पर फुलवरिया, बछवाड़ा, तेघरा व चकिया थाना क्षेत्रों में मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात बदमाशों ने अलग-अलग स्थानों पर फायरिंग कर दी, जिसमें हाजीपुर निवासी 31 वर्षीय चंदन कुमार की मौत हो गयी। बरौनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत जबकि 9 अन्य घायल हो गए।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कही थी ये बात
वही इस मामले पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि मैंने अधिकारियों को ऐसी घटनाओं पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि हमने बैठक बुलाई है और घटना पर विस्तार से चर्चा की है। इस घटना की हर एंगल से जांच होनी चाहिए। कुछ दिन पहले, मैंने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की थी।
‘राज्य में राजद नेताओं के दबाव में काम कर रहे हैं मुख्यमंत्री’
उधर, बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिहार में जब भी महागठबंधन की सरकार आती है तो राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने लगती है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब जंगल राज को जनता राज करार दिया है, जो हास्यास्पद है. मुख्यमंत्री राज्य में राजद नेताओं के दबाव में काम कर रहे हैं।