पटना : बाबू जगजीवन राम जयंती रविंद्र भवन धूमधाम से मनाया गया। बाबू जगजीवन राम जी भी मंत्रालय में रहे उन्होंने अपनी प्रतिभा को अमिट छाप छोङी। रक्षा मंत्री रहते हुए बांग्लादेश की आजादी दिलवाई काम किया। जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है । आज बाबू जगजीवन राम के चलते बांग्ला देश में लोकतंत्र बहाल हुआ बाबू जगजीवन राम जिंदगी भर संघर्ष करके लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का काम किया यह बाते आज बाबू जगजीवन राम के जयंती समारोह में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा अखिल भारत अनुसूचित जाति परिषद के अध्यक्ष उमेश कुमार राम ने किया था। सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद अखिलेश कुमार सिंह कहा कि देश में हरी क्रांति लाकर देश को आत्मनिर्भर बनाया। वही श्री सिंह ने कहा कि जब हम लोग केंद्र में मंत्री थे तो तत्कालीन मंत्री शरद पवार जी कहते थे कि जगजीवन राम का बातों को सुनने के लिए हम सब से पिछले सीट पर बैठ जाते थे। जगजीवन बाबू खासियत अगर असाधारण को साधारण भाषा बना देते बिहार सरकार के पंचायती मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम ने कहा कि जगजीवन बाबू का संघर्ष आज के नौजवानों को बताना होगा जगजीवन बाबू किस तरह के संघर्ष करके केंद्र में मंत्री बने भारत में 1967 में अकाल आया था सभी घरों अनाज पहुंचाने का काम किया है। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अंशुल अभिजीत ने कहा जी बाबू जी कुशल नेतृत्व के धनी थे । बाबू जी 1967 में देश में अकाल होने के चलते हैं। भारत में सभी देशों से गेहूं चावल लाकर भारत के लोगों को पेट भरने का काम किया और भूख किसी का भी धर्म लोग लगती है। धर्म अलग अलग हो भूख तो नहीं मिटेगा? उमेश कुमार राम ने कहा कि बाबू जगजीवन राम दलितों के उत्थान के लिए आजीवन संघर्ष करते रहे। सभा को संबोधित करने वाले पूर्व विधायक बंटी चौधरी, डॉ अशोक राम, संजीव प्रसाद टोनी, जय प्रकाश चौधरी, अनीता देवी, सुधा मिश्रा, रीता सिंह, कृपानाथ पाठक , लाल बाबू लाल और आई पी गुप्ता, आलोक हर्ष ।