यूट्यूबर मनीष कश्यप बीेते कई महीनों से चर्चाओं में बने हुए है बिहार पुलिस की तरफ से की गई कार्रवाई के बाद से ही उनकी मुश्किलें बढती जा रही है इससे पहले एक मजदूरों के वीडियो को लेकर भी मनीष पर आरोप लगे थे मामला इतना बढ़ गया था की इसकी सुनवाई कोर्ट तक पहुंच गई थी। मनीष कश्यप फिलहाल बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट का फर्जी वीडियो बनाने के मामले में तमिलनाडु की जेल में बंद है।
बेतिया कोर्ट ने मनीष के खिलाफ वारंट जारी किया
इतना होने के बाद भी मनीष कश्यप की मुश्किले कम नहीं होती।अब उनके सामने एक और नया मामला सामने आ गया है दो कश्यप के लिए सक दर्द बना हुआ है। क्योंकी अब एक नए मामले में बिहार के बेतिया कोर्ट ने मनीष के खिलाफ वारंट जारी किया है।
BJP विधायक उमाकांत सिंह के साथ मारपीट का मामला
दरअसल कश्यप पर चनपटिया क्षेत्र से BJP विधायक उमाकांत सिंह के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान मारपीट करने और रंगदारी मांगने का आरोप है। उसी केस में वारंट भी जारी हुआ है। इसी मामले मे कश्यप की 27 जून को कोर्ट में पेशी होनी है।
मदुरै की जेल से बेतिया कोर्ट में पेश होंगे कश्यप
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि उस चुनाव में मनीष भी चनपटिया क्षेत्र से ही निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहा था। बेतिया के सिविल कोर्ट ने मनीष को मदुरै की जेल से बेतिया कोर्ट में पेश होने के लिए वारंट जारी किया है। बता दें पुख्ता सुरक्षा-व्यवस्था के बीच उसे 27 जून को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।
मजदूरों का वीडियो बनाने के मामले में बंद है मनीष
आपको बता दें मनीष कश्यप एक नहीं दो नहीं बल्की एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज है। उस पर दर्ज मामले की बात की जाए तो आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज है।
मजदूरों का वीडियो बनाने में यूट्यूबर के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं। इसके साथ ही बैंक मैनेजर के साथ दुर्व्यवहार और सरकारी कार्य में बाधा डालने को लेकर 2022 में भी उसके खिलाफ एक मामला दर्ज कराया गया था। मनीष कश्यप पर NSA भी लगा है। आर्थिक अपराध इकाई ने भी मनीष कश्यप पर कई मामले दर्ज किए है।
सुप्रीम कोर्ट ने मनीष की मांग को किया था खारिज
इससे पहले मनीष कश्यप ने सुप्रीम कोर्ट के सामने फर्जी वीडियो वाले मामले में बिहार और तमिलनाडु में अपने खिलाफ दर्ज तीन FIR को एक साथ करने की मांग की थी। लेकिन मनीष की यह मांग खारिज कर दी गई थी।
मनीष कश्यप ने जगदीशपुर थाने में किया था सरेंडर
बता दें मनीष पर आरोप है कि उसने एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें बिहार के प्रवासी मजदूरों को कथित तौर पर तमिलनाडु में प्रताड़ित करते हुए दिखाया गया है। इससे पहले 18 मार्च को पुलिस कुर्की-जब्ती के लिए मनीष कश्यप के घर गई थी। उसके अकाउंट भी सीज किए गए है। उसी दिन मनीष कश्यप ने जगदीशपुर थाने में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद तमिलनाडु पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई थी।
बेतिया कोर्ट ने मनीष के खिलाफ वारंट जारी किया
इतना होने के बाद भी मनीष कश्यप की मुश्किले कम नहीं होती।अब उनके सामने एक और नया मामला सामने आ गया है दो कश्यप के लिए सक दर्द बना हुआ है। क्योंकी अब एक नए मामले में बिहार के बेतिया कोर्ट ने मनीष के खिलाफ वारंट जारी किया है।
BJP विधायक उमाकांत सिंह के साथ मारपीट का मामला
दरअसल कश्यप पर चनपटिया क्षेत्र से BJP विधायक उमाकांत सिंह के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान मारपीट करने और रंगदारी मांगने का आरोप है। उसी केस में वारंट भी जारी हुआ है। इसी मामले मे कश्यप की 27 जून को कोर्ट में पेशी होनी है।
मदुरै की जेल से बेतिया कोर्ट में पेश होंगे कश्यप
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि उस चुनाव में मनीष भी चनपटिया क्षेत्र से ही निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहा था। बेतिया के सिविल कोर्ट ने मनीष को मदुरै की जेल से बेतिया कोर्ट में पेश होने के लिए वारंट जारी किया है। बता दें पुख्ता सुरक्षा-व्यवस्था के बीच उसे 27 जून को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।
मजदूरों का वीडियो बनाने के मामले में बंद है मनीष
आपको बता दें मनीष कश्यप एक नहीं दो नहीं बल्की एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज है। उस पर दर्ज मामले की बात की जाए तो आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज है।
मजदूरों का वीडियो बनाने में यूट्यूबर के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं। इसके साथ ही बैंक मैनेजर के साथ दुर्व्यवहार और सरकारी कार्य में बाधा डालने को लेकर 2022 में भी उसके खिलाफ एक मामला दर्ज कराया गया था। मनीष कश्यप पर NSA भी लगा है। आर्थिक अपराध इकाई ने भी मनीष कश्यप पर कई मामले दर्ज किए है।
सुप्रीम कोर्ट ने मनीष की मांग को किया था खारिज
इससे पहले मनीष कश्यप ने सुप्रीम कोर्ट के सामने फर्जी वीडियो वाले मामले में बिहार और तमिलनाडु में अपने खिलाफ दर्ज तीन FIR को एक साथ करने की मांग की थी। लेकिन मनीष की यह मांग खारिज कर दी गई थी।
मनीष कश्यप ने जगदीशपुर थाने में किया था सरेंडर
बता दें मनीष पर आरोप है कि उसने एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें बिहार के प्रवासी मजदूरों को कथित तौर पर तमिलनाडु में प्रताड़ित करते हुए दिखाया गया है। इससे पहले 18 मार्च को पुलिस कुर्की-जब्ती के लिए मनीष कश्यप के घर गई थी। उसके अकाउंट भी सीज किए गए है। उसी दिन मनीष कश्यप ने जगदीशपुर थाने में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद तमिलनाडु पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई थी।