बिहार सरकार प्रदेश के युवाओं को तकनिकी प्रशिक्षण देकर उन्हें सबल बनाने और रोजगार मुहैया कराने के लिए निरंतर कार्यरत है| बिहार सरकार मंत्री पटना पंजाब केसरी आज राजकीय महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान परिसर में राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप मेला का आयोजन किया गया| जिसका उद्घाटन मंत्री, श्रम संसाधन विभाग, बिहार, जिवेश कुमार के कर कमलों द्वारा किया गया, उक्त अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रुप में स्थानीय विधायक दीघा, संजीव चौरसिया की गरिमामयी उपस्थिति रही| उक्त अवसर पर विभाग के सचिव, श्री संदीप आर. पूडलकट्टी, विशेष सचिव, अलोक कुमार, संस्थान के प्राचार्य राकेश रंजन के विभाग के वरीय पदाधिकारी और कर्मचारीगण के साथ संस्थान के लोग उपस्थित रहे|
बिहार के चार शहरों में लगाया गया राष्ट्रीय अपरेंटिसशिप मेला
राज्य स्तर पर कुल चार शहरों में राष्ट्रीय अपरेंटिसशिप मेला यथा (पटना, मुज़फ़्फ़रपुर, बेगूसराय एवं रोहतास) जिलों में आयोजित किया गया| आज के मेले में Manufacturing, Infrastructure and Service Sector क़े 35 प्रतिष्ठानों 1.हीरो साइकिल 2. इंदिरा पेपर्स 3. गुनिया मोटर्स 4. आशियाना ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज 5. कृष हुंडई 6. अलंकार मोटर्स 7. शिवम् हुंडई 8. इन्नोलेक्स 9. एम् टी एम 10. बासोका 11. बिहार राज्य बीज निगम लिमिटेड 12. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड 13. गोपाल नारायण यूनिवर्सिटी 14. माइक्रोटेक 15. महिला जागरण एवं बाल कल्याण संस्था 16. मैक्सी माईज यू 17. मास सेक्युरीटी प्राइवेट लिमिटेड 18. इंडियन रेलवे 19. बेला व्हील फैक्ट्री 20. ब्लू मेडिक्स 21. बार्बी क्यू नेशन 22. इन्फोडोसकी 23. पंतालूंस 24. मगध दूध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड 25. वन पोस्ट एंड कंपनी 26. मौर्या मोटर्स 27.शंकर मोटर्स 28. बाटा इंडिया लिमिटेड 29. संत मणि पेपर मिल्स 30. श्री एस. के. इंडस्ट्रीज 31. पाटली सीमेंट वर्क्स 32. संकल्प ज्योति 33. ग्लोबल इंस्टिट्यूट इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी 34. हिरेंट इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड 35. स्पीड कार्फ्ट लिमिटेड द्वारा भाग लिया गया| जिनके द्वारा 265 आवेदकों का चयन प्रशिक्षण के लिए किया गया|
इसका मुख्य उदेश्य राज्य के युवाओं एवम् प्रतिष्ठानों को Apprenticeship Act. के संदर्भ में जागरूक करते हुए, उनके कौशल झमता में संवर्धन कर उनकी रोजगार एवम् स्वरोजगार के अवसर को बढ़ाना है|
प्रदेश के युवाओं को विधा कौशल का कार्यनुभाव का प्रशिक्षण कराना हैं – मंत्री बिहार सरकार
माननीय मंत्री, जिवेश कुमार ने उक्त अवसर पर कहा कि इस आयोजन का उदेश्य प्रदेश के युवाओं को विधा/ कौशल के साथ कार्यानुभव प्रशिक्षण कराना है| यह प्रशिक्षुओं को किसी भी क्षेत्र में सुगमता से कार्य करने का मार्ग प्रशस्त करेगा| जैसा की सर्वविदित है आज पुरे भारतवर्ष में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के नेशनल अप्रेंटिसशिप स्कीम के तहत आयोजित किया जा रहा है| यह मेला देश भर में 700 से अधिक जगहों पर आयोजित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य एक लाख से अधिक प्रशिक्षुओं (Apprentices) को काम पर रखने में सहायता करना, नियोक्ताओं को सही प्रतिभा की खोज करने में सहायता करना और प्रशिक्षण व व्यावहारिक कौशल प्रदान करके इसे और विकसित करना है।
राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप मेला में 35 से अधिक नामचीन कपंनिया ने लिया भाग
इस आयोजन में देश भर के 4000 से अधिक कंपनियों/संगठनों की सक्रिय भागीदारी है| आज यहां 35 नामचीन और प्रतिष्ठित कंपनियां आयी हैं, जो 30 से अधिक क्षेत्रों जैसे बिजली, रिटेल, दूरसंचार, आईटी/आईटीईएस, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोटर वाहन आदि में काम कर रहे हैं। इसके अलावा इच्छुक युवाओं को वेल्डर, इलेक्ट्रीशियन, हाउसकीपर, ब्यूटीशियन, मैकेनिक आदि सहित 500 से अधिक ट्रेडों से जुड़ने और चयनित होने का अवसर मिलेगा। विभाग के द्वारा किए गए प्रयास एवं सतत् अनुश्रवण से Apprentice की संख्या में बढ़ोतरी हुयी है| जिसके तहत वर्षवार 2020 में 327, वर्ष 2021 में 980 और वर्ष 2022 में अभी तक कुल 2181 बच्चों को अपरेंटिसशिप प्रशिक्षण कराया जा रहा है|
प्रशिक्षुता मेले में से चयनित अभ्यर्थियों को कई लाभ प्राप्त होंगे। उनके पास मौके पर ही अप्रेंटिसशिप की पेशकश हासिल करने और उद्योग में काम करने के प्रत्यक्ष अवसर हैं। इसके साथ उन्हें नए कौशल विकसित करने के लिए सरकारी मानकों के अनुसार मासिक वजीफा भी मिलेगा, साधारणतया इसका मतलब, प्रशिक्षुता मेले के जरिए सीखने के दौरान कमाने का अवसर मिलेगा।
उम्मीदवारों को एनसीवीईटी से मान्यता प्राप्त दिया प्रमाण पत्र
उम्मीदवारों को राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) से मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा, जिससे इस प्रशिक्षण के बाद उनके रोजगार की संभावना बढ़ जाएगी। दूसरी ओर, प्रशिक्षुता मेलों में भाग लेने वाले प्रतिष्ठानों को एक मंच पर संभावित प्रशिक्षुओं से मिलने और मौके पर ही उम्मीदवारों का चयन करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, कम से कम चार कामकाजी सदस्यों वाले छोटे पैमाने के उद्योग भी इस कार्यक्रम में भाग लेने के जरिए प्रशिक्षुओं को रख सकते हैं।