पटना : भारतीय नृत्य कला मंदिर में बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के 18वां स्थपना दिवस समारोह सह सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि अनुबंध पर चलने वाले विद्यालय-महाविद्यालयों के अनुदान हतु सकारात्मक पहल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा के विकास, कार्य संस्कृति को बेहतर बनाने के लिए आपकी बेहतर सोंच, बेहतर सुझाव का भरपूर सहयोग हमें मिलता है। आपके सहयोग से ही वर्ष 2017 में कदाचार मुक्त मैट्रिक एवं इंटर के परीक्षा संपन्न हुआ था।
हालांकि इंटर में 50.12 प्रतिशत थी लेकिन वर्ष 2018 में आपके सहयोग से बिहार सरकार एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने ऐसे कार्य संस्कृति एवं माहौल पैदा किये कि उतीर्णता की प्रतिशता बढक़र मैट्रिश्क में 52 प्रतिशत एवं इंटर में 68 प्रतिशत हो गयी। इस परिणाम से आप और आपके महासंघ के बेहतर सोंच, सुझाव एवं सहयोग का ही बेहतर प्रतिफल था। वर्ष 2019 में भी ऐसा ही प्रयास किया गया है ताकि विद्यार्थी को कदाचार मुक्त परीक्षा का माहौल अच्छा लगने लगे और वह विद्या अध्ययन में अधिक से अधिक मेहनत करने केलिए प्रेरित हों। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कार्यों को पारदर्शी एवं ऑटोमेटिक बनाने के लिए हर कार्य को कम्प्यूटराईज्ड बनाया जा रहा है ताकि विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी को इसका अधिक से अधिक लाभ मिल सके। अनुदान देने में जो गड़बड़ी है उसको त्वरित गति से दूर किया जायेगा।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए महासंघ के प्रान्तीय संयोजक राजकिशोर प्रसाद साधु ने अपना बयान जारी कर कहा कि हमलोग वर्षों से सत्ताधारी सरकार को सहयोग करते आ रहे हैं लेकिन अभी तक हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ है इसलिए आगामी लोकसभा चुनाव में जो हमारे विद्यालय महाविद्यालयों को विधिवत सरकारीकरण करेगा उसी को वोट देंगे, अन्यथा अपना वोट नोटा में डालेंगे। इसके लिए हमलोग सभी छात्रों एवं अभिभावकों से भी सहयोग तथा समर्थन मांगेगे।