अतीत की तुलना में 2019 में एईएस के मामले बढ़े
एईएस का संबंध लीची से बताए जाने के बारे में मंत्री ने स्पष्ट किया कि स्वस्थ लोगों को लीची से कोई नुकसान नहीं होता। ‘‘वर्ष 2013-14 में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने अपने सहयोगी संस्थानों के साथ एक अनुसंधान अध्ययन किया था।
नीति-निर्माण में महिलाओं की भागीदारी बढ़ना चाहती है भाजपा : माधव
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी महिलाओं को आरक्षण देने के पक्ष में है ताकि वे नीति-निर्माता बन सकें।
बेहद गुणकारी काली मिर्च के होते हैं घातक नुकसान, झेलनी पड़ सकती है ये पेरशानियां
कई ऐसे मसाले भी किचन में होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी के साथ-साथ हानिकारक भी हो सकते हैं। इनमें से एक काली मिर्च भी है जो सेहत के लिए लाभदायक के साथ नुकसान भी करती है।
जम्मू कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में सुधार, बालाकोट स्ट्राइक के बाद घुसपैठ कम हुई
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने राज्य सरकार के साथ मिलकर सीमापार घुसपैठ को रोकने के लिए बहुआयामी उपाय किये हैं।
गोवा सरकार नई ऋण समितियों के पंजीकरण पर प्रतिबंध लगाने पर कर रही है विचार : CM सावंत
प्रमोद सावंत ने कहा कि लोग परिचितों से पैसा इकट्ठा करते हैं, एक ‘क्रेडिट सोसाइटी’ बनाते हैं, उसके अध्यक्ष बनते हैं और फिर बेहिसाब ऋण देते हैं।
अगर आप भी पीते हैं फ्रिज का चिल्ड पानी तो हो जाइए सावधान
गार्मियों के दिनों में ज्यादातर लोग एकदम ठंडा पानी पीना पसंद करते हैं। बता दें कि ठंडा पानी पीने में अच्छा जरूर लगता हो लेकिन वहीं ये सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है।
बजट में रोजगार, अर्थव्यवस्था, कृषि क्षेत्र से जुड़े वादों को पूरा करने को कोई खाका नहीं : द्रमुक
द्रमुक ने निर्मला सीतारमण द्वारा पेश केंद्रीय बजट को आश्वासनों का पिटारा बताया और कहा कि इसमें रोजगार, अर्थव्यवस्था, कृषि क्षेत्र से जुड़े वादों को पूरा करने को कोई खाका नहीं है।
बजट में रोजगार, अर्थव्यवस्था, कृषि क्षेत्र से जुड़े वादों को पूरा करने को कोई खाका नहीं : द्रमुक
द्रमुक ने निर्मला सीतारमण द्वारा पेश केंद्रीय बजट को आश्वासनों का पिटारा बताया और कहा कि इसमें रोजगार, अर्थव्यवस्था, कृषि क्षेत्र से जुड़े वादों को पूरा करने को कोई खाका नहीं है।
सूखा देश की बड़ी समस्या : प्रकाश जावड़ेकर
जावड़ेकर ने बताया कि सदस्य देशों की बैठक (सीओपी) में भूमि की खराब होती गुणवत्ता, सूखा और समाप्त होते जंगल प्रमुख मुद्दे होंगे।
सूखा देश की बड़ी समस्या : प्रकाश जावड़ेकर
जावड़ेकर ने बताया कि सदस्य देशों की बैठक (सीओपी) में भूमि की खराब होती गुणवत्ता, सूखा और समाप्त होते जंगल प्रमुख मुद्दे होंगे।